अतिथि शिक्षक ब्लॉक वार रिक्तियाँ (Atithi Shikshak Block Wise Vacancy) 2025

भारत में शिक्षा व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए समय-समय पर राज्य सरकारें और केंद्र सरकार विभिन्न योजनाएं लागू करती हैं। इन्हीं में से एक व्यवस्था है अतिथि शिक्षक (Guest Teacher) की, जो शिक्षा विभाग को आवश्यकतानुसार शिक्षकों की पूर्ति करने में सहायता करती है।

हर वर्ष, विभिन्न जिलों एवं ब्लॉकों में स्कूलों की आवश्यकता के अनुसार अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है। इस लेख में हम जानेंगे कि अतिथि शिक्षक की भर्ती कैसे होती है, ब्लॉक वार रिक्तियों (Block Wise Vacancies) का विवरण, पात्रता, चयन प्रक्रिया, आवेदन प्रक्रिया और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।

अतिथि शिक्षक क्या होते हैं? (Who are Guest Teachers?)

अतिथि शिक्षक (Atithi Shikshak) वे शिक्षक होते हैं जिन्हें शिक्षा विभाग द्वारा किसी स्कूल में अस्थायी रूप से नियुक्त किया जाता है, जब नियमित शिक्षक उपलब्ध नहीं होते या पद रिक्त होता है।

ये शिक्षक पूर्णकालिक नहीं होते और इनकी नियुक्ति आमतौर पर एक शैक्षणिक सत्र या उससे कम अवधि के लिए की जाती है। इन्हें सरकार द्वारा तय मानदेय (honorarium) दिया जाता है।

Atithi Shikshak Block Wise Vacancy

अतिथि शिक्षक की आवश्यकता क्यों होती है?

भारत जैसे विशाल देश में, जहाँ ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर में अंतर है, वहाँ पर प्रत्येक स्कूल में पर्याप्त शिक्षकों की नियुक्ति करना एक चुनौती है। कई बार निम्नलिखित कारणों से नियमित शिक्षक उपलब्ध नहीं होते:

  • स्थानांतरण (Transfer)
  • सेवानिवृत्ति (Retirement)
  • अवकाश (Leave)
  • पद रिक्त रह जाना (Vacant Positions)

ऐसे में अतिथि शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। ये शिक्षक विद्यार्थियों की पढ़ाई में रुकावट ना आए, इसके लिए तुरंत तैनात किए जाते हैं।

ब्लॉक वार रिक्तियों का क्या मतलब है? (What is Atithi Shikshak Block Wise Vacancy?)

भारत के प्रत्येक जिले को कई ब्लॉकों में बाँटा गया है। शिक्षा विभाग जब अतिथि शिक्षकों की भर्ती करता है, तो वह प्रत्येक ब्लॉक में मौजूद रिक्तियों का आकलन करता है।

Block Wise Vacancy का अर्थ है कि किस ब्लॉक में कितने विषयों के लिए कितनी सीटें उपलब्ध हैं। उदाहरण के लिए:

जिलाब्लॉकविषयपदों की संख्या
भोपालबैरसियागणित12
भोपालफंदाविज्ञान10

अतिथि शिक्षक भर्ती की पात्रता (Eligibility Criteria)

अतिथि शिक्षक बनने के लिए कुछ आवश्यक शैक्षणिक और व्यावसायिक योग्यताएं होती हैं:

शैक्षणिक योग्यता:

  1. प्राथमिक शिक्षक (Primary Teacher – कक्षा 1 से 5):
    • 12वीं (Higher Secondary) पास
    • D.El.Ed या B.El.Ed अनिवार्य
    • CTET या TET उत्तीर्ण
  2. माध्यमिक शिक्षक (Middle School Teacher – कक्षा 6 से 8):
    • ग्रेजुएशन (Graduation) संबंधित विषय में
    • B.Ed या समकक्ष डिग्री
    • CTET या राज्य स्तरीय TET पास
  3. उच्च माध्यमिक शिक्षक (High School Teacher – कक्षा 9 से 12):
    • Post Graduation संबंधित विषय में
    • B.Ed आवश्यक

सभी योग्यताएं राज्य सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार होनी चाहिए।

चयन प्रक्रिया (Selection Process)

अतिथि शिक्षकों का चयन आमतौर पर मेरिट लिस्ट के माध्यम से होता है। यह मेरिट लिस्ट निम्नलिखित आधार पर बनाई जाती है:

  1. शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification)
  2. प्रशिक्षण योग्यता (Training Qualification)
  3. पूर्व अनुभव (यदि हो)
  4. स्थानीय निवासी को वरीयता

कई राज्यों में ऑनलाइन आवेदन के आधार पर स्वत: जनरेटेड मेरिट के आधार पर अतिथि शिक्षकों की सूची तैयार की जाती है।

आवेदन प्रक्रिया (How to Apply)

अतिथि शिक्षक बनने के लिए आवेदन प्रक्रिया निम्न प्रकार से होती है:

  1. Notification जारी होना:
    राज्य शिक्षा विभाग द्वारा आधिकारिक वेबसाइट या समाचार पत्र में भर्ती की अधिसूचना (Notification) जारी की जाती है।
  2. ऑनलाइन पंजीकरण (Registration):
    उम्मीदवारों को राज्य की आधिकारिक वेबसाइट (जैसे कि MP Online, UP Education Portal आदि) पर जाकर पंजीकरण करना होता है।
  3. दस्तावेज़ अपलोड करना:
    जैसे – शैक्षणिक प्रमाण पत्र, पहचान पत्र (आधार कार्ड (Aadhar Card)), निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र आदि।
  4. मेरिट सूची का प्रकाशन:
    आवेदन समाप्त होने के बाद मेरिट सूची प्रकाशित की जाती है जिसमें चयनित उम्मीदवारों के नाम होते हैं।
  5. स्कूल द्वारा कॉल लेटर:
    संबंधित ब्लॉक या स्कूल द्वारा अतिथि शिक्षक को नियुक्ति के लिए कॉल लेटर भेजा जाता है।

मानदेय (Honorarium)

अतिथि शिक्षकों को नियमित वेतन नहीं दिया जाता, बल्कि उन्हें राज्य सरकार द्वारा तय किया गया मानदेय (Honorarium) मिलता है। यह राज्य और पद के अनुसार भिन्न हो सकता है। जैसे:

  • प्राथमिक शिक्षक: ₹7000 – ₹10000 प्रति माह
  • माध्यमिक शिक्षक: ₹10000 – ₹15000 प्रति माह
  • उच्च माध्यमिक शिक्षक: ₹12000 – ₹18000 प्रति माह

कुछ राज्यों में मानदेय दैनिक आधार पर भी निर्धारित होता है।

अतिथि शिक्षक की नियुक्ति की अवधि

अतिथि शिक्षक की नियुक्ति एक शैक्षणिक सत्र के लिए की जाती है, परंतु यह स्थिति के अनुसार बढ़ भी सकती है।

यदि किसी स्कूल में अगले सत्र में भी शिक्षक की आवश्यकता बनी रहती है, तो उसी अतिथि शिक्षक को पुनः नियुक्त किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए पुनः आवेदन करना पड़ता है।

राज्यवार व्यवस्था (State-wise Variation)

हर राज्य में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया और नियम अलग-अलग हो सकते हैं। उदाहरण के लिए:

  • मध्य प्रदेश (MP): MP Guest Faculty Portal के माध्यम से आवेदन होते हैं।
  • उत्तर प्रदेश (UP): पंचायत स्तर पर चयन प्रक्रिया होती है।
  • दिल्ली: Directorate of Education की वेबसाइट पर आवेदन मांगे जाते हैं।
  • राजस्थान: शिक्षा विभाग द्वारा जिला स्तर पर प्रक्रिया संचालित होती है।

इसलिए, इच्छुक उम्मीदवारों को अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट और अधिसूचना को ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए।

ब्लॉक वार रिक्तियों की जानकारी कैसे प्राप्त करें?

यदि आप जानना चाहते हैं कि आपके जिले या ब्लॉक में कितनी अतिथि शिक्षक रिक्तियाँ हैं, तो इसके लिए निम्नलिखित तरीकों का उपयोग करें:

  1. राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ, जैसे – MPOnline, educationportal.mp.gov.in https://gfms.mp.gov.in/Login/Pages/sLogin.aspx#
  2. रिक्तियों से संबंधित अधिसूचना (Vacancy Notification) डाउनलोड करें।
  3. ब्लॉक और विषय अनुसार सीटों की सूची देखें।
  4. स्थानीय शिक्षा अधिकारी (BEO या DEO) से संपर्क करें।


https://gfms.mp.gov.in/Public/Reports/Block_Wise_Vacancies.aspx

महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों की सूची (List of Important Documents)

आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है:

  1. शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र
  2. प्रशिक्षण प्रमाण पत्र (B.Ed/D.El.Ed)
  3. पहचान पत्र – आधार कार्ड (Aadhar Card)
  4. निवास प्रमाण पत्र
  5. जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
  6. पासपोर्ट साइज फोटो
  7. बैंक पासबुक की कॉपी (मानदेय के लिए)

अतिथि शिक्षक के लाभ और सीमाएँ

लाभ (Benefits):

  • अनुभव प्राप्त होता है
  • स्थानीय स्तर पर रोजगार
  • राज्य की स्थायी भर्ती में वरीयता मिलने की संभावना
  • समाज में सम्मान और सेवा का अवसर

सीमाएँ (Limitations):

  • कोई जॉब सिक्योरिटी नहीं
  • स्थायी वेतन और सुविधाओं का अभाव
  • वार्षिक आधार पर नियुक्ति
  • कार्यकाल बढ़ने की गारंटी नहीं

https://gfms.mp.gov.in/Employees/Public/TentativeVacancies.aspx
https://gfms.mp.gov.in/Employees/Public/View_Schools_Codes.aspx
https://gfms.mp.gov.in/Public/Reports/Block_Wise_Vacancies.aspx
https://gfms.mp.gov.in/Vacancies/Public/CMRiseSchoolVacancies.aspx
http://gfms.mp.gov.in/Application/Public/Verify_Mobile_before_eKYC.aspx

निष्कर्ष (Conclusion)

अतिथि शिक्षक की व्यवस्था देश के शिक्षा तंत्र को स्थायित्व देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह न केवल शिक्षकों को रोजगार का अवसर प्रदान करता है, बल्कि छात्रों को निरंतर शिक्षा भी सुनिश्चित करता है।

जो अभ्यर्थी इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है। उन्हें चाहिए कि वे नियमित रूप से राज्य सरकार की वेबसाइट पर ब्लॉक वार रिक्तियों की जानकारी लेते रहें और समय पर आवेदन करें।

अतिथि शिक्षक के रूप में काम करने का अनुभव भविष्य में स्थायी शिक्षक बनने की दिशा में एक मजबूत कदम हो सकता है।

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